
छोटे ऊर्ध्वाधर lathes की कार्य क्षमता में सुधार एक व्यापक कार्य है जिसमें अनुकूलन और सुधार के कई पहलू शामिल हैं। यहाँ कुछ प्रमुख रणनीतियाँ और विधियाँ दी गई हैं: < br > मशीन टूल्स के संरचनात्मक डिजाइन का अनुकूलन करें: एक छोटे ऊर्ध्वाधर खराद का संरचनात्मक डिजाइन सीधे इसकी कार्य क्षमता को प्रभावित करता है। संरचनात्मक डिजाइन का अनुकूलन करके, मशीनिंग के दौरान छोटे ऊर्ध्वाधर खराद के कंपन और घर्षण को कम किया जाता है, और मशीनिंग सटीकता और स्थिरता में सुधार होता है। मशीन टूल्स में सुधार कर सकते हैं और कार्य कुशलता बढ़ा सकते हैं। उचित उपकरण चयन: मशीनिंग दक्षता और गुणवत्ता के लिए छोटे ऊर्ध्वाधर खराद उपकरण का चयन महत्वपूर्ण है। प्रसंस्करण सामग्री और प्रसंस्करण विधियों जैसे कारकों के अनुसार उपयुक्त उपकरण सामग्री और कोण का चयन किया जाना चाहिए। उसी समय, नियमित रूप से गंभीर रूप से पहने हुए उपकरणों की जांच करें और प्रतिस्थापित करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उपकरण सबसे अच्छी स्थिति में हैं। प्रक्रिया योजना का अनुकूलन करें: प्रसंस्करण अनुक्रम, काटने के मापदंडों, आदि सहित छोटे ऊर्ध्वाधर खराद की उचित प्रक्रिया योजना। यह प्रसंस्करण के दौरान खाली स्ट्रोक और गैर-प्रसंस्करण समय को कम कर सकता है और प्रसंस्करण दक्षता में सुधार कर सकता है। इसके अलावा, मोड़ और मिलिंग संयुक्त प्रसंस्करण, उबाऊ और मिलिंग प्रसंस्करण और अन्य समग्र प्रसंस्करण विधियों का उपयोग प्रक्रिया प्रवाह को और सरल कर सकता है और उत्पादन क्षमता में सुधार कर सकता है। सीएनसी प्रणाली का उपयोग: छोटे ऊर्ध्वाधर खराद सीएनसी प्रणाली कर सकते हैं